Hindi poem on love,

Hindi poem on love...

काश कोई तुमसा होता, 

जो न कभी नाराज़ हमसे होता…

सोचते हम हर लम्हा,

हर वक़्त उन्ही के बारे में..

फिर भी वो कहते हमें,

याद करने वाला कोई होता…

इस तरह ही यूँ गुज़र जाती ज़िन्दगी अगर,

वो कहते मैं नहीं,

मेरी यादें ही साथ रखना…

तो आरज़ू भी न करते,

हम उनसे मिलने की…

उनकी यादो के सहारे,

ही जिये चले जाते हम..!

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